अजनबी प्रेम 

हम अजनबी से मिले थे,

मगर अब हमें बाँधे है ,

कुछ स्वप्न ,

कुछ निराशा ,

कुछ दुःख ,

जो हमारा साझा है | 

ख़ामोशी से किसी प्रेम कहानी में तल्लीन,

फिल्म से निकल कर प्रेम पसर जाता है हमारे बीच,

और तुम अपना सर रख देती हो मेरे काँधे पर,

ठीक उसी क्षण,

प्रेम फैल जाता है मेरे होंठो पर |


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